सड़कें जनता और टैक्स

चैनल्स पे इंफ्रास्ट्रक्चर का डंका,

मंच से सड़कों का ज़िक्र करते हुए

क्या खूब हँसी है,

नेता जी हमको हर तरफ दिख रहा

जाम में गाड़ी फँसी है।

सड़क किनारे, गाड़ियों के पीछे,

मेट्रो में, सार्वजनिक शौचालय के बाहर

नेता गण मुस्कुरा रहे हैं,

आहा!! लग रहा है जनता से कोई कर वसूल कर आ रहे हैं।

2020 कलाम का सपना था

अब 2047 या भविष्य की तस्वीर दिखाते हैं,

हम भी बहुत खुश हैं जनाब,

NH पे रेंगती गाड़ी पर देशभक्ति का पेट्रोल बहाते हैं।

टूटी सड़के, गड्ढे कम हुए,

अचानक से चौड़ी हुई सड़क कहीं-कहीं,

अरे ठहरिये ज़रा ये टोल प्लाज़ा आने की आहट तो नहीं।